चंबा ,
जिला चम्बा में इस समय कुछ क्षत्रों में गेहूं की कटाई का कार्य चल रहा है तो दूसरी तरफ विकास खंड तीसा के अधिकतर भागों में मक्की की विजाई का कार्य चल रहा है यह जानकारी देते हुए उपायुक्त जिला चम्बा श्री डी सी राणा ने वताया कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान जिला चम्बा के किसानों को कृषि कार्यों को करने में कोई मुश्किल न हो इसलिए वीज, खाद, कीटनाशकों या कृषि उपकरणों को उपलब्ध करवाने वाले निजी व सरकारी विक्रय केंद्रों को सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक खुला रखने के आदेश पहले ही कोरोना कर्फ्यू की अधिसूचना में जारी कर दिए थे ।
इस सम्बन्ध में उप कृषि निदेशक डॉ कुलदीप धीमान से दिनांक 13-05-2021 को समीक्षा करने के वाद उपायुक्त श्री डी सी राणा ने जानकारी दी कि पिछले वर्षों में जिला चम्बा में वीज की खपत को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष। 1900 किवंटल मक्की व 160 किवंटल धान का वीज कृषि विभाग के माध्यम से उपलब्ध करवाया जा रहा है विकास खंड तीसा के किसानों ने 15 दिन पहले से ही मक्की का वीज खरीद कर खेतों में विजाई शुरू कर दी थी इसलिए विकास खंड तीसा के लिए कृषि विभाग द्वारा 550 किवंटल मक्की का वीज उपलब्ध करवा दिया गया था और इस समय विकास खंड तीसा के ऊपरी क्षेत्रो में मक्की की विजाई का कार्य पूर्ण होने बाला है i इसी प्रकार जिला चम्बा के अन्य विकास खण्डों में भी कृषि विभाग के सभी विक्रय केंद्रों में मक्की का वीज उपलब्ध है कृषि विभाग द्वारा वीज कृषि सहकारी सभाओं के माध्यम से भी किसानों को उपलब्ध करवाया जाता है इसलिए श्री राणा ने आदेश दिए की जिन कृषि सहकारी सभाओं का वीज बेचने का लाइसेंस बना है उन सभी कृषि सहकारी सभाओं के माध्यम से किसानों को मक्की व् धान का वीज अनुदान पर उपलब्ध करवाएं ताकि किसानों को कोरोना कर्फ्यू के दौरान वीज व खाद लेने के लिए अपने घर से ज्यादा दूर न जाना पड़े I उन्होंने कहा कि इस वर्ष मक्की के सिंगल क्रॉस वाले वीज का कुल मूल्य 104 रूपये तथा डबल क्रॉस वाले वीज का कुल मूल्य 87 रूपये है I परन्तु सभी किसानों को दोनों प्रकार के मक्की के वीज पर 40 रूपये प्रति किलो की दर से अनुदान दिया जा रहा है I
उप कृषि निदेशक , चम्बा डॉ कुलदीप धीमान से प्राप्त जानकारी के अनुसार विकास खंड चुबाड़ी में 15 मई के वाद धान का वीज भी सभी किसानों के लिए उपलब्ध रहेगा I उन्होंने कहा कि इस वर्ष जिला चम्बा के किसानों को केवल कृषि विशवविद्यालय पालमपुर द्वारा विकशित धान की प्रजातियों का वीज ही उपलब्ध करवाया जायेगा और यदि समय पर विजाई कर दी जाये तो यह सभी प्रजातियां अधिक पैदावार देने वाली है उन्होंने किसानों से अनुरोध किया है कि किसान सिंचित क्षेत्रों मे कृषि विभाग से प्राप्त धान की इन प्रजातियों की पनीरी की विजाई 25 मई से पहले कर दें ताकि धान के पकने में कोई समस्या न हो और अधिक से अधिक पैदावार मिले।
उन्होंने कहा कि वर्षात में लगने वाली सव्जियों के वीज भी सभी किसानों के लिए कृषि विभाग के विक्रय केंद्रों में अनुदान पर उपलब्ध है।